खादी महोत्सव में आज लखनऊ की शाम गजलों के नाम''
लखनऊ,। गोमती नगर, लखनऊ स्थित, इन्दिरा गाॅधी प्रतिष्ठान में खादी महोत्सव 2019 का आयोजन 02 से 13.अक्टूबर, तक किया गया है। इस प्रदर्शनी में 100 से अधिक स्टाल लगाये गये है, जिसमें उप्र राज्य के विभिन्न जनपदों के अतिरिक्त अन्य प्रदेशों जैसे- गुजरात, बिहार, आंध्र प्रदेश, उत्तराखण्ड, तथा राजस्थान आदि स्थानों से आये उद्यमियों द्वारा अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शनी में सहारनपुर के नक्काशीदार फर्नीचर, लेदर का सामान, भदोही के कारपेट, कन्नौज के मिटटी से बने बर्तन व घरेलू सजावटी सामान, प्रतापगढ़ का आॅवला-मुरब्बा, कानपुर का हैण्डीक्राफ्ट, अमरोहा के चादर, गमछे एवं सदरी, सीतापुर के तौलिये एवं दरी, उन्नाव की बेकरी एवं जैकेट, मऊ के पर्दे, लखनऊ की शुद्ध राॅयल हनीं, वाराणसी की रेशम तथा शिल्क की साड़ी, राजस्थान के बीकानेरी पापड़ एवं नमकीन, उत्तरांचल के कोट एवं जैकेट तथा गुजरात एवं राजस्थान के हस्तकला पर आधारित वस्त्र उपलब्ध हैं।
महोत्सव के उद्घाटन के बाद से ही लोगो की भीड़ खरीदारी के लिए उमड़ पड़ीं। स्टालों पर लोग अपनी पसन्द के सामानों की खरीदारी करते दिखलायी पडे़। खबर लिखे जाने तक प्रदर्शनी में अब तक लगभग रु0 8.35 लाख रुपये तक की बिक्री हो चुकी है।
इस अवसर पर प्रदर्शनी में विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं। जिसमें 04.को मैजिक-शो व नृत्य, 05.10.2019 को भरत नाट्यम व लोक नृत्य की प्रस्तुति एवं दिनांक 06.अक्टूबर, को अवधि गायन के साथ दिनांक 07अक्टूबर, को हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है। खादी महोत्सव में आज का मुख्य आकर्षण रहा नवरात्रि के अवसर पर मिथलेश लखनवी द्वारा प्रस्तुत देवी गीत। इसके पश्चात उन्होनें स्वयं की स्वरचना गजल ''हम भी तन्हा तुम भी तन्हा आओ चलते है'' और इसके बाद एक और गजल ''आशना तेरे हम हो गये, अब तेरे सनम हो गये'' पेश की तो सुनने वाले झूम उठे और उसके बाद एक से बढ़कर एक फरमाइशों का दौर देर रात तक चलता रहा और लोग कार्यक्रम का आनन्द लेते रहे।