प्रवासी कामगार एवं श्रमिक किसी भी दशा में पैदल न आएं
सभी प्रवासी श्रमिकों का सम्मान किया जाए और उन्हें अपने जनपद जाने हेतु वाहन उपलब्ध करवाये जाएं
सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जाए, अस्वस्थ होने की दशा में इनके उपचार की व्यवस्था की जाए
प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश
प्रदेश में अब तक 268 टेªन के माध्यम से लगभग 3,26,040 से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये
वर्तमान में प्रदेश के 45 रेलवे स्टेशन पर टेªन का आवागमन हो रहा
जनपद आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लाॅकडाउन को सख्ती से लागू करने के निर्देश
कोविड-19 से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों की बहाली के लिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना आवश्यक, सेक्टोरल नीतियों का आवश्यकतानुसार प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए
प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों एवं कामगारों को उनके राज्य में भेजने हेतु सम्बन्धित राज्य को श्रमिकों एवं कामगारों की सूची उपलब्ध कराई जाए
दुकानों, मण्डियों, बैंक शाखाओं आदि में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जाए, सभी लोग मास्क अवश्य पहनें
गांव तथा शहर में सर्विलांस कार्य को और प्रभावी करने के लिए निगरानी समितियों को सुदृढ़ बनाया जाए
जनपद आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लाॅकडाउन को कड़ाई से लागू करने के निर्देश
प्रदेश में बड़ी संख्या में आ रहे प्रवासी कामगार एवं श्रमिक के दृष्टिगत क्वारंटीन की क्षमता को बढ़ाया जाए
कम्युनिटी किचन व्यवस्था को और बेहतर बनाते हुए सभी के लिए पर्याप्त भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, यह भी सुनिश्चित हो कि कोई भूखा न रहे
प्रदेश के सभी नर्सिंग होम कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएं
चिकित्सालयों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क तथा सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता एवं समुचित वितरण सुनिश्चित कराया जाए
कोविड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि करते हुए एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में 01 लाख बेड की व्यवस्था की जाए
मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के माध्यम से कोविड अस्पतालों के मरीजों के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की जाए
निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 31.84 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों के खाते में एक-एक हजार रूपए की धनराशि अन्तरित
लाॅक डाउन अवधि में वाहनों की चेकिंग के दौरान17.64 करोड़ रूपए का शमन शुल्क वसूल: अवनीश कुमार अवस्थी
चिकित्सा विभाग की 71,916 सर्विलांस टीमों के माध्यम से सर्वेक्षण में 2.96 करोड़ लोगों का किया गया सर्वे
प्रदेश में अब तक 1902 लोग उपचारित होकर हुए डिस्चार्ज
प्रदेश में कोरोना के 1744 मामले एक्टिव : अमित मोहन प्रसाद
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रवासी कामगार एवं श्रमिक किसी भी दशा में पैदल न आएं। प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाय और पैदल पाये जाने पर उन्हें उनके गृह जनपद भेजे जाने हेतु वाहन उपलब्ध करवाये जाएं। सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में इनके उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड-19 से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों की बहाली के लिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके लिए सेक्टोरल नीति बनाकर प्रस्तुत किया जाए। नए उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि की पर्याप्त उपलब्धता आवश्यक है। इस उद्देश्य से राजस्व तथा औद्योगिक विकास विभाग लैण्ड बैंक स्थापना की कार्ययोजना बनाते हुए उसे लागू करने का काम करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के
2.50 लाख श्रमिकों एवं कामगारों के उनके गृह प्रदेश में भेजने के लिए सम्बन्धित राज्य को ऐसे श्रमिकों एवं कामगारों की सूची उपलब्ध कराई जाए। दुकानों, मण्डियों, बैंक शाखाओं आदि में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी लोग मास्क अवश्य पहनें। गांव तथा शहर में सर्विलांस कार्य को और प्रभावी करने के लिए निगरानी समितियों को सुदृढ़ बनाया जाए। मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के द्वारा निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद जारी रखा जाए। उन्होंने जनपद आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लाॅकडाउन को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आ रहे हैं। इसके दृष्टिगत क्वारंटीन की क्षमता को बढ़ाया जाए। कम्युनिटी किचन व्यवस्था को और बेहतर बनाते हुए सभी के लिए पर्याप्त भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। यह सुनिश्चित हो कि कोई भी भूखा न रहे। क्वारंटीन सेन्टर एवं आश्रय स्थल पर साफ-सफाई तथा सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम किए जाएं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी नर्सिंग होम कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएं। सभी जनपदों में आवश्यकतानुसार वेण्टीलेटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। चिकित्सालयों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क तथा सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता एवं समुचित वितरण सुनिश्चित कराया जाए। कोविड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि करते हुए एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में 01 लाख बेड की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के माध्यम से कोविड अस्पतालों के मरीजों के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की जाए। उन्होंने पूल टेस्टिंग में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 268 टेªन के माध्यम से लगभग 3,26,040 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। प्रदेश में विगत दिनों में आये कामगार एवं श्रमिकों को मेडिकल स्क्रीनिंग के उपरान्त खाद्यान्न देकर होम क्वारंटाइन हेतु घर भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में 43 ट्रेन से 44,574, लखनऊ में 29 ट्रेन से 33,894, प्रयागराज में 14 ट्रेन से 17,162, जौनपुर में 15 ट्रेन से 18,358, बरेली में 06 ट्रेन से 7,183, बलिया में 09 ट्रेन से 11,362, प्रतापगढ़ में 09 ट्रेन से 10,730, रायबरेली में 07 ट्रेन से 9,103, वाराणसी में 10 ट्रेन से 11,002, आगरा में 04 ट्रेन से 4,833, कानपुर में 07 ट्रेन से 8,533 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। वर्तमान में प्रदेश के 45 रेलवे स्टेशन पर टेªन का आवागमन हो रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग 188 और टेªन, गुजरात से 63, महाराष्ट्र से 61, कर्नाटक से 01, पंजाब से 45, आन्ध्र प्रदेश से 01, राजस्थान से 14, उड़ीसा से 02, गोवा से 01 तथा त्रिपुरा से 01 टेªन की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों में गुजरात से 156, महाराष्ट्र से 38, कर्नाटक से 08, पंजाब से 50, केरल से 04, तेलंगाना से 04, आन्ध्र प्रदेश से 02, राजस्थान से 01 तमिलनाडु से 02 तथा मध्य प्रदेश से 01 टेªन के माध्यम से प्रवासी कामगार एवं श्रमिक को लाया गया है। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग की बसों के माध्यम से लगभग 72 हजार से अधिक श्रमिकों व कामगारों को प्रदेश में वापस लाया गया है। इस प्रकार प्रदेश में 04 लाख श्रमिक एवं कामगार व्यवस्थित रूप से लाये गये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 47,793 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 37,28,266 वाहनांे की सघन चेकिंग में 39,679 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान लगभग 17.64 करोड़ रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,28,400 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 781 लोगों के खिलाफ 613 एफआईआर दर्ज करते हुए 280 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फेक न्यूज के तहत अब तक 923 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गयी। आज (13 मई को) कुल 29 मामले, जिनमें ट्विटर के 09, फेसबुक के 19 और टिकटाॅक के 01 मामले को संज्ञान में लिया गया हंै तथा साइबर सेल को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित कर दिया गया है। फेक न्यूज के तहत अब तक कुल 31 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 496 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 325 थानान्तर्गत 8,52,886 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 47,93,653 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 1916 है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में स्थापित 5805 क्रय केन्द्रों के माध्यम से लगभग 179.86 लाख कुन्तल गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। प्रदेश में सरकारी तथा स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 11,14,942 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं। डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 24,067 किराना स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 52,451 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 44,428 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 53.96 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 34.86 लाख लीटर दूध का वितरण 21,538 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 31.84 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 73,466 औद्योगिक इकाइयों से संपर्क किया गया, जिनमें से 69,185 इकाइयों द्वारा अपने कार्मिकों को रु0 1592.27 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई किट) तथा मास्क बनाने की 70 यूनिट उत्पादनरत हैं।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 69 जनपदों में 1744 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 1759 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। अब तक प्रदेश के 74 जिलों से 3729 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि कल 268 पूल टेस्टिंग मेें 1340 सैम्पल टेस्ट किये गयेे, जिसमें 22 पूल पाॅजीटिव पाये गये। प्रदेश में चिकित्सा विभाग की 71,916 सर्विलांस टीमों के माध्यम से सर्वेक्षण में 2.96 करोड़ लोगों का सर्वे कर लक्षण के आधार पर सैम्पलिंग की गई है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है।